घमंडी हाथी और नन्ही चींटी की कहानी , Ghamandi Hathi aur Chiti ki kahani
हाथी एक बहुत बड़ा जानवर है , और चींटी बहुत छोटी ! क्या कभी दोनों में मुकाबला हो सकता है ? क्या चींटी हाथी को हर सकती है ? तो जवाब है हाँ ,
आज हम एक ऐसे ही एक कहानी के बारे में बताएंगे जो काफी मजेदार है, ये कहानी का नाम है हाथी और चींटी की कहानी ।
सोन वन में एक जम्बो नाम का हाथी रहता था, बड़ा ताकतवर था, उसे अपने कद और ताकत पर बहुत घमंड था, और वह अपने ताकत के बल पर दुसरो को सताया करता था , उसे दुसरो की खुशी नही देखी जाती थी, वह दूसरे जानवरो का अपमान करने में अपनी शान समझता था,
एक मैना थी , उसका नाम था मीनू ! उसे एक दिन ढेर सारे दाने मिले, बहुत खुश थी, वह गाना गा रही थी ,उसी समय रास्ते से जम्बो हाथी जा रहा था, मैना के गाने की आवाज सुनकर जम्बो हाथी रुक गया, उसने देखा मीनू मैना गाने गाए जा रही थी, जम्बो को अच्छा नही लगा,
जम्बो हाथी ने चिंघाड़ कर कहा , ऐ मीनू ! चुप हो जा ! , मीनू मैना डरी नही और बोली , मेरा मन है मैं गाऊँगी, तुम कौन होते हो मुझे रोकने वाले ! यह सुन जम्बो हाथी को गुस्सा आया , और उसने बोला , क्या बोली ! मैं इस जंगल का सबसे ताकतवर जानवर हूँ , चुप हो जा वरना 😡
मीनू बोली - वरना क्या !
जम्बो बोला - अब देख मैं क्या करता हूँ, उसके बाद जम्बो जोर जोर से पेड़ को हिलाने लगा, मैना डर गई, और बोली अरे रूक जाओ-रुक जाओ , मेरा घोसला टूट जाएगा । तुम सच मे बहुत ताकतवर हो, मुझे माफ़ करो ,
इसके बाद जम्बो हाथी हँसते हुए वहाँ से चला गया ।
ऐसे ही खरगोश को डराता, उसकी सारी गाजर खा जाता, कभी हिरण को खूब भगाता, हर छोटे बड़े जानवर पर अपना धौस जमात रहता, अब इसकी वजह से सारे जानवर दुःखी थे।
एक दिन जंगल मे ऐसे ही जानवर इकठ्ठा हुए और बातें कर रहे थे, लोमड़ी बोली - हमसब जम्बो से परेशान हो गए है, उसे अपनी ताकत पर बहुत घमंड है , पता है उसने क्या किया ,उसने मुझे अपने सूंढ़ से उठा लिया, और फिर दूर फेंक दिया, तभी वहाँ बैठी, चींटी ने कहा , अरे ऐसे रोज रोज कैसे चलेगा, जब भी मुझे देखता है मेरे छोटे शरीर का मजाक उड़ाता रहता है , और कहता रहता है , अरे छोटी चींटी अपने आपको तो देखो, लगता है भगवान तुम्हे बनाते वक्त सो गए थे इसलिए तुमलोग छोटी रह गयी थी 😅
कुछ तो करना ही होगा , इस जम्बो हाथी का, लेकिन हम कर ही क्या कर सकते है, वी तो बहुत बड़ा है और ताकतवर भी है, सभी जानवर ने कहा ।
चींटी ने कहा , उसे तो मैं ही सबक सिखाऊंगी,
तभी वहाँ जम्बो हाथी आ गया, और चींटी से कहा - क्या कहा तुमने , तुम मुझे सबक सिखाओगी, सभी जानवर डर गए, लेकिन चींटी बहादुर थी , और वो डरी नही, उसने हिम्मत करके कहा,
सुनो! हमदोनो अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे एक मुकाबले में , और जम्बो तुम्हे वादा करना होगा कि अगर तुम हारोगे तो किसी जानवर को परेशान नही करोगे, यह सुन जम्बो हँस पड़ा😂 , और कहा !
क्या कहा तुमने , तुम मुझसे मुकाबले में जीत जाओगी , तुमसे मुकाबला, ऐसा तुम सपने में भी मत सोचना , मेरा और तुम्हारा क्या मुकाबला , तुम छोटी सी और मैं इतना बड़ा , तुम अपने घर मे जाओ वरना,
यह सुन चींटी को गुस्सा आ गया और बोली ! लगता है जम्बो तुम मुझसे डर गए हो , हारने के डर से तुम मुकाबला नही करना चाहते हो ,
जम्बो बोला - मैं और डर गया , ये हो नही सकता , तो फिर ठीक है आ जाओ मैदान में , मुझे तुम्हारी शर्त मंजूर है ,और हाँ मेरी भी एक शर्त है अगर तुम हार गई तो जंगल के सभी जानवर मेरे गुलाम बनकर रहेंगे, जो मैं कहूंगा उन्हें वही करना पड़ेगा ,
चींटी बोली - ठीक है जम्बो जैसे तुम कहो , कल मिलते है!
दूसरे दिन सभी जानवर उत्सुक थे मुकाबला देखने के लिए, सभी नदी किनारे इकठ्ठा हुए, सभी जानवर चींटी की सलामती की प्रार्थना कर रहे थे , तभी जम्बो हाथी आया और चिल्लाया और कहा अरे चींटी कहाँ हो ? लगता है डर गई हो
तभी चींटी आयी, उसने कहा, आओ जम्बो मुकाबला शुरू करते है, पहले तुम अपनी ताकत का प्रदर्शन करो !
जम्बो ने कहा - ठीक है ! और पास में एक पेड़ को उखाड़कर फेंक दिया, फिर अपनी सूँड़ से इतनी जोर से फूंक मारी की चींटी हवा में उड़ गई , पर चींटी डरी नही ।
अपने आप को संभालती हुई उठी और फिर पास आकर बोली जम्बो अब मेरी बारी है, देखो मैं क्या करती हूँ, बस तुम्हे चुपचाप अपने जगह पर खड़े रहना है , और फिर जम्बो सीधा खड़ा हो गया और हँसने लगा, और सामने देख रहा था और फिर चींटी धीरे-धीरे चलते हुए जम्बो हाथी के पास आ गयी, पास आकर धीरे-धीरे चढ़ते हुए सूंढ़ में घुस गई, जम्बो चींटी को देख ही नही पाया, वो तो बहुत छोटी थी और वो सामने भी देख रहा था ,
कुछ एक मिनट भी नही हुआ होगा , जम्बो को लग रहा था कि सूँड़ में कुछ घुस गया है, और जोर से चिल्लाया , अरे ! मेरे सूँड़ में क्या है लगता है कोई मुझे काट रहा है , मुझे दर्द हो रहा है , उसे कुछ समझ ही नही आया , जोर-जोर से सूँड़ को हिलाने लगा लेकिन उसे कुछ फायदा नही हुआ, जम्बो का दर्द बढ़ता गया, और छटपटाने लगा तभी उसे दर्द से परेशान होकर आँसू निकल आये,
फिर चींटी बोली ! क्यो जम्बो भैया , मैं ही हूँ आपके सूँड़ में , हमेशा आप दूसरे को परेशान करके खुश होते थे न, अब क्यों रो रहे है , पता है दूसरे को जब परेशान करते थे तब उन्हें भी इतना ही दर्द होता था, देखा मेरी शक्ति, मेरी ताकत!
अब जम्बो हाथी समझ गया कि वो चींटी से मुकाबला नही कर सकता , उसका घमंड चूर-चूर हो गया, उसने कहा- तुम जीत गयी , मुझे अपनी गलती का अहसास हो गया है और मैं वादा करता हूँ कि मैं अब किसी को भी नही सताउंगा, कृपा करके बाहर आ जाओ,
चींटी को दया आ गयी , और फिर कहा ! देखा जम्बो भैया , आया मजा, किसी को भी छोटा और कमजोर नही समझना चाहिए, सभी मे ताकत होती है ,
जम्बो बोला- हाँ चींटी, तुमने सही कहा , मुझे अपने ताकत पर घमंड हो गया था, इतने दिन से मैं सभी को परेशान करता था, पर वही ताकत को मैं सबकी मदद करने के लिए इस्तेमाल करूँगा, हमसब मिलकर रहेंगे, और सभी जानवरो के तरफ़ हाथ जोड़कर कहा आप सभी मुझे माफ़ कर दीजिए, आप सभी को मैंने बहुत परेशान किया , अब मैं किसी को भी नही सताउंगा, इस तरह घमंडी हाथी जम्बो का सिर नीचा हो गया और घमंड चूर-चूर हो गया ।
घमंड का सिर हमेशा नीचा होता , कभी किसी को नीचा नही दिखाना चाहिए , अपने ताकत से सबकी मदद करनी चाहिए, न कि उनको परेशान करे ।
कैसी लगी कहानी ? कमेंट में जरूर बताना ।
एक टिप्पणी भेजें